Ai Sooraj Mere Apnon Ko Yeh Paigaam Dena,
Khushiyon Bharee Subah Ki Saugaat Dena,
Jab Koi Pyaar Se Dekhe Is Paigaam Ko,
Uske Chehare Par Phoolon Si Muskaan Dena.
Suprabhaat.
ऐ सूरज मेरे अपनों को यह पैगाम देना,
खुशियों भरी सुबह की सौगात देना,
जब कोई प्यार से देखे इस पैगाम को,
उसके चेहरे पर फूलों सी मुस्कान देना।
सुप्रभात।
अपने चेहरे की हँसी से हर ग़म को छुपाओ,
बहुत कुछ बोलो पर कुछ न बताओ,
कभी खुद न रूठो पर हर किसी को मनाओ,
यही राज़ है ज़िंदगी का बस जीते चले जाओ।
ज़िंदगी जब भी आपको रुलाने लगे,
आप इतना मुस्कुराओ कि दर्द भी शर्माने लगे,
निकले न आँसू आँखों से आपके कभी,
किस्मत भी मज़बूर होकर आपको हँसाने लगे।
Yaad Aate Ho Tum Raat Ki Tanhai Mein,
Dil Doob Jaata Hai Ghamon Ki Geharai Mein,
Humein Mat Dhoodhna Duniyaan Ki Bheed Mein,
Hum Milenge Tumhein Tumhari Parchhai Mein.
याद आते हो तुम रात की तन्हाई में,
दिल डूब जाता है ग़मों की गहराई में,
हमें मत ढूढ़ना दुनियाँ की भीड़ में,
हम मिलेंगे तुम्हें तुम्हारी परछाई में।
Sab Se Chhupa Ke Dard Jo Wo Muskura Diya,
Us Ki Hansi Ne To Aaj Mujhe Rula Diya.
सब से छुपा के दर्द जो वो मुस्कुरा दिया,
उस की हँसी ने तो आज मुझे रुला दिया।
Lehze Se Uthh Raha Tha Har Ik Dard Ka Dhuaan,
Chehra Bata Raha Tha Ke Kuchh Ganwa Diya.
लहज़े से उठ रहा था हर इक दर्द का धुंआ,
चेहरा बता रहा था कि कुछ गँवा दिया।
Aawaz Mein Thhehrav Tha Aankhoon Mein Nami Thi,
Or Keh Raha Tha Ke Mein Ne Sab Kuchh Bhula Diya.
आवाज़ में ठहराव था आँखों में नमी थी,
और कह रहा था कि मैंने सब कुछ भुला दिया।